मालपुआ रेसिपी (Malpua Recipe)
- 25-30 मालपुआ बनेगे
आज हम बनायेगे एक राजस्थानी मिठाई मावा(खोया) के साथ इसे मावा मालपुआ भी कहते है. मालपुआ बहुत तरह से बनते है, वैसे मालपुआ बिना मावा के भी बनते है पर राजस्थान में मालपुआ मावा से बनते है जो खाने में सभी मिठाई से ज्यादा अच्छे लगते है. हमने होली पर गुजिया बनाई थी तो हमारा मावा बच गया था तब हमने उससे मावा मालपुआ बनाये जो सभी को बहुत ही ज्यादा पसंद आये खासकर की हमारे पति को. जब उन्होंने तारीफ की तो हमे बहुत अच्छा लगा तब हमे लगा की ये रेसिपी हमे अपने सभी दोस्तों से शेयर करनी चाहिए. तो आइये हम इसे बनाते है.
आवश्यक सामग्री (Main Ingredients)
- दूध – 2 कप
- मैदा- 1 कप
- मावा(खोया) – 1 कप चूर करा हुआ
- चीनी – 1 1/2 कप
- तेल और देसी घी तलने के
वैकल्पिक सामग्री (Optional Ingredients)
- सौफ – 2 छोटे स्पून
- पिस्ता – 10-15 सजाने के लिए
- गुलाबजल – 10-15 बूद
- केसर- 10-15 strands
- इलाइची पाउडर – 1/4 छोटा स्पून(4-5 साबुत इलाइची को बारीक पीस ले )
मालपुआ बनाने की विधि (How to make malpua)
- सारी सामग्री निकाल ले और फिर दूध को एक पैन में गुनगुना कर ले.
- जब दूध गरम हो जाए तब हाथ से या फिर मिक्सी में मावा और दूध को अच्छे से मिक्स कर ले. ध्यान रहे की मावा अच्छे से दूध में मिल जाना चाहिए, उस में जरा सी भी गुठलिया नही रहनी चाहिये तभी आपके पुआ अच्छे बनेगे. दूध सारा एक साथ न डाले, पहले आधा दूध डाले और फिर बचा हुआ दूध धीरे धीरे डाले.(हमे जलेबी बनाने जैसा घोल तैयार करना है, घोल न ज्यादा गाड़ा होना चाहिए और न ही ज्यादा पतला). जब मावा मिल जाए तब इस में मैदा भी मिला दे. इसे अच्छे से हाथ से फैट ले या फिर मिक्सी में अच्छे से चला ले. ध्यान रहे की दूध बहुत ज्यादा गरम न हो. दूध को बस गुनगुना करना है और फिर पहले मावा मिलनी है, जब मावा अच्छे से मिल जाए तब मैदा डाले.
- लीजिये आपका घोल तैयार हो गया है, अब आप इस में सौफ डाल दे, सौफ डालने से एक अलग सा स्वाद आ जाता है मालपुआ में. जैसे की हमने तस्वीर में दिखाया है की घोल एक दम फ्रीफ्लो होना चाहिए जैसा की हमे जलेबी बनाने के लिए चाहिए होता है. बहुत ज्यादा पतला न करे वर्ना आपके पुआ नही बनेगे.
- अब हम चाशनी बना लेते है, चाशनी बनाने के लिए 1 1/2 कप चीनी को 1 कप पानी में डालकर पैन में गरम होने रख दे. हमे चाशनी को बहुत ज्यादा नहीं उबलना है क्योकि हमे इसके लिए थोड़ी पतली चाशनी ही चाहिए होती है जैसी की हम गुलाबजामुन के लिए बनाते है, दो तार की चशिनी होनी चाहिए. जब चाशनी उबल जाए तब उस में इलाइची पाउडर, केसर एंड गुलाबजल डाल दे. (दो तार की चाशनी का मतलब है की दो उंगली के बीच में जब आप चाशनी को लेकर फैलाए तो दो तार बन्ने चाहिए.)
- आइये अब हम मालपुआ बनाते है, एक पैन में तेल या फिर घी गरम कर ले, ध्यान रहे की पैन बहुत ज्यादा गहरा नही होना चाहिए वर्ना पुआ नहीं बन पायेगे और तेल भी उस में बहुत ज्यादा नही होना . अब जब तेल गरम हो जाए तब एक गहरा चमचा ले और उससे तेल में डाले, आप बस एक जगह पर डालते रहिये वो अपने आप ही फ़ैल जायेगा जैसा की हमने तस्वीर में दिखाया है.
- मालपुआ डालते वक़्त गैस कम कर दे और डालने के बाद फिर तेज कर ले, 2 मिनट के बाद पुआ को चमचे से पलट ले, अब तक पुआ एक तरफ से सिक चुका होगा. फिर इसे दूसरी तरफ से भी सिकने दे, जब दोनों तरफ से सिक जाए तब उसे निकाल ले.
- इसी तरह सारे मालपुआ बनाकर रख ले, हमारा पैन छोटा है इसलिए हमने एक बार में 1 या 2 ही मालपुआ डाले है, अगर आपका पैन बड़ा है तो आप 3-4 भी एक साथ बना सकते है, एक बार में बहुत ज्यादा न डाले. जितने आपसे आराम से निकाल पाए उतने ही डाले. लीजिये हमारे सारे पुआ बन गये है, इसे बनाने में समय काफी लगता है पर ये खाने में बहुत ही लजीज होते है. और इन्हें आप काफी दिनों तक फ्रिज में रख कर खा सकते है.
- अब आप या तो एक-एक पुआ को चाशनी में 2-3 मिनट डालकर निकाल ले और फिर प्लेट में सजाकर सर्व करे या फिर एक प्याले या प्लेट में पुआ रख ले और उसके ऊपर चाशनी डाल दे जैसा की हमने किया है. इन्हें आप चाशनी में ही डूबा रहने दे और जब भी खाना तो गरम करके या फिर ठंडा ही पिसते से सजा कर सेव करे. इसे आप 2-3 हफ्तों तक फ्रिज में रख कर खा सकते है. अगर आपके पास कोई प्याला नही है मालपुआ डुबाने के लिए तो एक गहरी प्लेट और उस में सारे मालपुआ रखे और ऊपर से चाशनी डाल दे.
किसके साथ खाए (Best to eat with)
वैसे तो ये बिना किसी चीज के ऐसे ही खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता है पर यदि आप चाहे तो इसे रबड़ी के साथ भी खा सकते है. राजस्थान में मालपुआ को खीर या फिर रबड़ी के साथ दिया जाता है, वैसे हमे तो ये ऐसे ही खाने में बहुत अच्छा लगता है. आप इसे ठंडा या फिर गरम करके कैसे भी खा सकते है. अपना अनुभव हमसे जरूर शेयर करे. अगर आपका कोई भी सवाल हो तो नीचे कमेंट करके जरूर पूछे.
ध्यान देने वाली बातें (Points to remember):
- हमने सारे नाप कप से लिए है, आप कप या कटोरी किसी से भी नाप ले सकते है बस उसका ratio ध्यान रखे.
- हमने मावा और मैदा को दूध में मिक्सी की मदद से मिलाया है, हाथ से करने में बहुत मेहनत लगती है और उसके बाद भी उतने अच्छे से नही मिलता है. आप भी पहले दूध और खोये को मिक्सी में मिला ले, उसके बाद उस में मैदा मिला ले. बस ध्यान रहे की घोल बहुत ज्यादा पतला नहीं होना चाहिए. जितने दूध की जरुरत हो उतना ही डाले, हमारा 3/4 कप दूध बच गया था. अगर गलती से आपका घोल पतला हो जाए तो उस में आप थोड़ा मैदा और मिला ले घोल ठीक हो जायेगा.
- चाशनी की आप बहुत ज्यादा चिंता न करे, अगर आपको दो तार की चाशनी समझ नही आती है तो फिर अंदाजे से जब पानी में चीनी पूरी तरह मिल जाए और उबाल आ जाए, तब उबाल आने के बाद 3-4 मिनट और उबाले और बंद कर दे. इलाइची, गुलाबजल, केसर ये सब चीजे जरूरी नही है, जो हो वो डाल ले बाकी रहने दे.
- पैन ज्यादा गहरा न ले और बहुत ज्यादा तेल या घी न डाले उस में और जितने मालपुआ आराम से आये उतने ही डाले एक बार में. परांठे सेकने वाले चमचे से आराम से उसे पलटे और निकाले.
- जब आपके सारे मालपुआ बन जाए तब उन्हें तुरंत चाशनी में डूबा दे वर्ना चाशनी अन्दर तक नहीं पहुचेगी. अगर आपको चाशनी कम लगे तो आप नयी चाशनी बनाकर कभी भी ऊपर से डाल सकते है.
- बचे हुए मालपुआ जब फ्रिज में रखे तो उन्हें किसी चीज से ढक कर रखे या फिर एयर टाइट डब्बे में रख दे.
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